बस एक सवाल उठा है ज़ेहन में अब, क्या वो मैं था या हूँ मैं अभी। बस एक सवाल उठा है ज़ेहन में अब, क्या वो मैं था या हूँ मैं अभी।
बेवफ़ा बेवफ़ा
जाने वो क्या चाहती है, एक पल में सोना, एक पल में पीतल कर जाती है। जाने वो क्या चाहत जाने वो क्या चाहती है, एक पल में सोना, एक पल में पीतल कर जाती है। जाने...
बेदरदी ने ज़ख्म दिया है, तोड़ के दिल, तन्हा यूं छोड़ दिया है, बेदरदी ने ज़ख्म दिया है, तोड़ के दिल, तन्हा यूं छोड़ दिया है,
कुछ तो कहना है तुमसे क्या कहूँ क्या छिपाऊं याद करूँ मैं तुमको या फिर से भूल जाऊँ। कुछ तो कहना है तुमसे क्या कहूँ क्या छिपाऊं याद करूँ मैं तुमको या फिर से...
पर अग़र मैं कहूँ, मैं वही जानती हूँ जो मैं मानना चाहती हूँ मैं तुम्हें पाना चाहती हूँ पर अग़र मैं कहूँ, मैं वही जानती हूँ जो मैं मानना चाहती हूँ मैं तुम्हें पाना...